ज़िंदगी एक खूबसूरत पहेली है ,जिसे हम जितना हसंकर सुलझाएँगे उतना मज़ा आएगा। इसलिए आज हम लेकर आये है Best Shayari by Ghalib का पूरा .कलेक्शन। जिसे पढ़कर आप ऊर्जा से भरा हुआ महसूस करेंगे। अगर आपको Best Shayari by Ghalib ये कलेक्शन पसंद आया तो इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ शेयर करना ना भूले। आप चाहे तो Best Shayari by Ghalib के इमेजेज भी शेयर कर सकते है
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
खुशिया कही जाया ना
करती है ,
खुश रहना हम ही छोड़
दिया करते है
ये जो इच्छाओ की दलदल
होती है ,
यही रास्ता जिंदगी का
ना बनानें दिया करती है
हसरते जहा ज्यादा हुआ
करती है ,
वहा जीने के पल कम ही
पड़ जाया करते है
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
उमंग जहा जीने की हुआ करती है ,
वहा बुरा वक़्त कुछ ना बिगाड़ पाया करता है
तकदीर चाहे कैसी ही
क्यु ना हो ,
मेहनत के साथ से बदल
ही जाती है
ये जो वक़्त के खेल
होते है ,
यही हमे अपनी जिंदगी
का खिलाड़ी बनाते है
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
तभी कद तेरे हौसलों का तुझे ना दिखा करता है
**
ये जो वक़्त की शिक्षा
होती है ,
यही हमे काबिल किया
करती है
*
नजर के जो पक्के हो
जाते है ,
वो नज़रंदाज़ हर वक़्त को
कर जाते है
*
हम जब तक कोशिशे किया ना
करते है ,
हार को जीत में ना
बदला करते है
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
यही हमे अपनी जिंदगी में दौड़ना सिखाती है
**
खबर हम खुद की ना रखा
करते है ,
और पता सारी दुनिया का
है
*
ठोकर जितना गिराती है
,
साहब उतना चलाती भी है
*
होठ जब हमारे मुस्कुरा
जाया करते है ,
वजन हमारी पलको का कम
हो जाता है
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
कहा हर वक़्त एक जैसी होती है
**
मन से जो बच्चा हो
जाता है ,
बुरा वक़्त भी उसका
अच्छा हो जाता है
**
ये जो मन की रौनके हुआ
करती है ,
यही हमारी जिंदगी की
परिस्थितियों को बदल दिया करती हैं
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
अब चाहे धूप का हो या बारिश का हो
**
छत जिसके ऊपर रब की
होती है ,
वो कभी खुशियों से
बेघर ना हुआ करता है
*
तू कल की तैय्यारी
इतनी कर लेता है ,
कि आज में जीना भारी
पड़ने लगता है
**
वक़्त हाथ से निकले जा
रहा है ,
और हौसला तेरा तेरे
हाथ में ना रहा है
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
कहा हर वक़्त एक जैसी होती है
*
वो जीवन ही क्या जो
परेशान ना करे ,
वो हौसला ही क्या जो
आपको जीने की ललक से ना भरे
**
कभी गाँठ लगाती है
कभी सुलझ जाती है ,
कभी आँख मिलाया करती
है जिंदगी
तो कभी आँख से अश्क
बहाती है
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
तू है कल की तैय्यारी में रहता है
*
ऐसे उठो कि अम्बर फ़क्र
करे ,
ऐसे सो जाओ की राते
बेफिक्र रहे
*
साया जब तेरा साथ ना
निभाता है ,
फिर तू उम्मीद किस
जमाने से लगाता है
*
जब चोट हौसलों को लगा
करती है ,
खुशिया जिंदगी की बिखर
जाया करती है
*
ये जो अंदर की हिम्मते होती है ,
यही हमे बाहर की मुश्किलों से बचाया करती है
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
उसे अपना अक्स दुनिया में ना दिखाई देता है
**
जो शौक से जीया करते
है ,
वो धूप को भी छाव कर
लिया करते है
*
इरादों में जब कमी हो
जाती है ,
बस तभी कामयाबी में
कमी हो जाती है
*
जीवन तो खुली किताब
होता है ,
तू ही अपनी कोशिशो से
कुछ ना लिख पाया करता है
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
जोर जब हिम्मतो का चला करता है ,
तभी मुश्किलें खुशिया हो जाती है
*
रास्ते आसान ही होते
है ,
हम और आप ही खामखा
परेशान होते है
*
तरकीब जीने की लगा
करती है ,
तब जाके लम्हे जीने के
नसीब में आते है
**
वक़्त का क्या है बदलता
जाएगा ,
तू ना मुस्कुराके घाटा
अपनी मुस्कान में करता जाएगा
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib| mirza ghalib shayari
रुको तो पछतावे मिल जाते है
*
गुज़रा वक़्त कभी लौटा
ना करता है ,
तू है कि फिर भी आज का
बना करता है
*
सुकून मन के अंदर होता
है ,
ना की जीवन के अंदर
होता है
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
सवाल जब
मुसीबते किया करती है ,
जवाब हिम्मते ही दिया करती है
**
जमाने के बीच में अगर
ख़ुशी से रहना है ,
मगर मन को बीच में से
निकाल लेना है
*
तुम फर्क उजाले और
अँधेरे में करते हो ,
तभी बेबाक जीने से डरा
करते हो
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib '| mirza ghalib shayari
सुकून से
जीना ही जीना होता है ,
बाकी सांसे तो हर किसी की निकली ही जा रही है
*
ये जो अंदर की हिम्मते
हुआ करती है ,
यही जीना बाहर से आसान
किया करती है
*
जो हस्ता जा रहा है ,
वो हसीन जिंदगी को
करता जा रहा है
*
ये जो मन होता है ,
इसी से ही साहब जीवन
होता है
*
जिन्हें जीना ना आया
करता है ,
वही चंद मुश्किलों से
घबराया करता है
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
यू ना हार के गड्ढो पे रुका करिए
*
ये जो जिंदगी की दस्तक
हुआ करती है ,
एक दिन नहीं हर दिन
हुआ करती है
*
गहना जो मुस्कुराहटो
का पहन लेता है ,
वो उदासियो से निराश
ना होता है
best shayari by ghalib | est shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
तभी कल को देखा करते है
*
ये जो हिम्मतो के घूँट
होते है ,
यही हमारी जीने की
प्यास बुझाया करते है
*
शौक तू जीने का ना
रखता है ,
तभी अच्छा वक़्त बुरा
वक़्त हो जाता है
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
कि खुशियों की खेती हमेशा खिलखिलाती रहे
*
समय तो बदलता रहता है
,
तेरे जीने के हौसले
क्यु ना पहले जैसे रह जाते है
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | irza ghalib shayari
आंधिया भी उन्हें क्या तड़पाएंगी ,
हस्ती जिनकी जीने में माहिर हो जाएगी
**
रिश्ता पहले खुद से
रखना है ,
बाद में औरो को साथ
होना है
*
बुझकर जो जल जाते है ,
उन्हें तूफ़ान भी बुझा
ना पाया करते है
best shayari by ghalib |best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
ये जो हमारी कोशिशो में कमी हुआ करती है ,
यही हमारी जिंदगी को हार से भरा करती है
*
जो होगा अच्छा होगा ,
ये कहने वाला हमेशा
मस्त होगा
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
वो चीर आंधी तूफ़ान को देते है
*
जीवन चाहे कैसा भी
क्यु ना हो ,
मगर मन हमेशा एक जैसा
ही हो
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
ये जब भारी रहता है ,
तभी सफर जीवन का जारी रहता है
*
कठोर जहा इरादे हो
जाते है ,
वहा जिंदगी नरम पड़
जाती है
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
तभी जीवन है कि तुझे थकाया करता है
*
हिम्मते जब तक हाथ में
आया ना करती है ,
मुसीबते है कि साथ ही
चला करती है
*
ये जो मन की शांति
होती है ,
ये कही और नहीं मन के
अंदर ही होती है
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
फिर भी तू ढूंढ़कर परेशान है
**
दलदल कब रास्ता बन
जाये कौन जानता है ,
तू बुरे वक़्त के चक्कर
में ना अच्छे वक़्त को जी पाया करता है
*
जीवन आराम का ही है ,
बेचैनिया तो साहब
हमारे मन की है
**
थककर जो चूर हो जाता
है ,
वो कहा रास्ता
मुश्किलों में बना पाता है
*
ये जो मुश्किलों की
दखल होती है ,
इससे ही हिम्मते
जिंदगी को मिला करती है
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
मुनाफा जब हसी में हो जाता है ,
घाटा अपने आप नमी में हो जाता है
*
खुशियो की सडक तो सीधी
ही जाती है ,
मोड़ हमारी इच्छाओ के आ
जाया करते है
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
यारी जो
हर वक़्त से कर लेता है ,
वो कहा जीने के लिए कोई वक़्त देखा करता है
*
वादा खुद से इतना
कीजिये ,
कि समा चाहे कोई भी हो
हर हाल में मुस्कुराते
रहिये
*
कुछ जबरदस्ती जी रहे
है ,
तो कुछ जबरदस्त जी रहे
है
*
ये जो जिंदगी होती है
,
मुश्किलों को खुशिया
और खुशियों को मुश्किल
कर देती है
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
जीवन का लिया तो हर कोई नापना जानता है ,
मगर अंदाज़ा जीवन के दीये का ना लगाता है
*
मन जब गहरा हो जाता है ,
सुख और दुःख कोइ उसमे
डुबकी ना लगा पाता है
**
जहा चलना बरकरार रहता
है ,
वहा हार भी जीत हो
जाती है
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
उनपर सफर करके ही उन्हें अपना बनाना पड़ता है
**
ये जो मन के बंधन होते
है ,
यही हमे खुलकर जीने ना
देते है
*
वक़्त की जब हवा चला
करती है,
पत्तो को भी पत्थर बना
दिया करती है
*
ख़ाक जब अरमान हो जाते
है ,
जीवन का फिर कुछ ना
बिगड़ा करता है
*
हसी के बाद रोना ,
रोने के बाद हसी आती है
ये जिंदगी जब तक
तकलीफे ना दे
कहा फिर जिंदगी कहलाती
है
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
उनकी ही जिंदगी चोरी हो जाया करती है
**
सबक जितने महंगे हुआ
करते है ,
उतना सस्ते लोगो की
पहुच से बाहर हुआ करते है
**
करवट लेना तो जीवन का
काम ही होता है ,
तू चैन से सोने से
क्यु परहेज़ किया करता है
*
जो खुद के अंदर ना
झाँका करते है ,
वही अपनी जिंदगी का
अक्स जमाने में देखा करते है
*
वक़्त गिना चुना ना
होता है ,
तेरे अंदर ही हर वक़्त
को जीने का ज़ज्बा ना होता है
*
सुबह के बाद जैसे शाम
आती है ,
जब तक चोट ना पहुचाती
है जिंदगी
कहा हमे पत्थर बनाती
है
**
उमीदे जो जेब में रखा
करते है ,
उदासिया उनका रास्ता
ना रोका करती है
*
जो अंदर से मजबूत हो
जाते है ,
वो बाहर से ना मजबूर
रह जाते है
*
आंधी भी आती है तूफ़ान
भी आते है ,
वो हर हाल में खुश
रहते है
जो हर वक़्त का साथ
निभाते है
**
खुद से इतना मिलना है
,
कि जमाने में आप खुद
को देख सको
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
कहा अँधेरा उस जीवन में रह जाता है
**
कसक जब जीने की रहा
करती है ,
मुश्किलों में भी
जिंदगी उपहार रहा करतीहै
**
वक़्त है कि काबिल
बनाता है ,
तू है कि उसपर ही दोष
लगाता है
*
ये जो जिंदगी होती है
,
कहा हर वक़्त एक जैसी
होती है
*
रखवाला जहा रब होता है
,
वो अपनी निगरानी में
ना जमाना रहता है
*
मंजिले तो मिल ही जाती
है ,
कमी तेरी मेहनत में ही
हो जाती है
*
जो दुःख में सुख देख लिया
करता है ,
उसकी आँखों से ना अश्क
बहा करते है
**
जमाने के बीच में रहना
है ,
मगर उमीदे खुद से रखना
है
best shayari by ghalib | best shayari in hindi by mirza ghalib | mirza ghalib shayari
कभी चालाक बनती है
कभी मासूमियत दिखाती
है ,
कभी बेरंग होती है
तो कभी खुद ब खुद
रंगीन हो जाती है
**
हसने का जो परहेज़ रखता
है ,
उसकी जिंदगी का कभी
इलाज़ ना हो पाया करता है
*
संग तेरे जमीन संग
तेरे आसमान है ,
तू चला ना करता है
बाकी सफर जिंदगी का
बेहद आसान है
*
नजर के जो पारखी हो
जाते है ,
उनकी जिंदगी को कहा
किसी की नजर लगा करती है
*
जहा जीवन बोझ होता है
,
वो कहा जीवन का होता
है
*
तू रिश्ता खुद से ना
रखा करता है ,
तभी याराना जमाने का
पसंद किया करता है
*
सबंध उसका ही जीवन से
बना रहता है ,
जो शिकवे करने से
ज्यादा शुक्रिया कहा करता है
*
चलो तो जिंदगी हुआ
करती है ,
ना चलो तो मौत बन जाया
करती है
*
ये जो वक़्त के संदेशे
होते है ,
साहब हर पते पे आया
करते है