Dukh Bhari Shayari | बेताब हूँ | Sad Shayari
बड़ा पूछकर अपनाया था उन्हें
और वो है कि हमें छोड़ने की
खबर तक ना दी।
चाहे कितना डुबोलो इस प्यार को ,
ये तैरकर तुम्हारे पास ही आएगा।
मोहब्बत में नहीं फर्क
जीने और मरने का
क्यूंकि जीते भी तो
एक-दूजे पे मरते-मरते है।
v2Dukh Bhari Shayari | बरसो से कैद | Sad Shayari
जितना मैं कैदी हू उनका ,
उतने ही वो मुझसे आज़ाद है।
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किसी दिन तो मेरी मोहब्बत को
तुम्हे सच मानना होगा ,
तब तो तुम्हे वापिस मेरे पास
लौट के आना ही होगा।
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वो लोग ही कोई और थे
जो रिश्ते बनाते थे
आजकल के लोग तो बस
तमाशा बनाते है।
Dukh Bhari Shayari | वक़्त ही वक़्त है | Sad Shayari
बड़े लापरवाह थे वो मुझे खोने में
फर्क ही ना पड़ता था उन्हें
मेरे होने और ना होने में।
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माना की हमें तुमसे प्यार है
मगर जहां इसकी क़द्र नहीं
वहां बेकार है।
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मशरूफ आप वाकई है
या फिर हमसे बात करने के लिए
खाली ही नहीं होना चाहते।
Dukh Bhari Shayari | तुम मोहताज़ हो | Sad Shayari
गर रख भी दिया जाए
इन रिश्तों को तराज़ू में
इन फरेबी रिश्तों पे महज़
इंसानियत ही भारी पड़ जाएगी।
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कभी हम खुद के राजा थे
आज उसके दर के फ़क़ीर बने पड़े है।
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बता तो दिया उन्होंने
खुद के दिल का पता
मगर वो खुद ही
हो गए वहां से लापता।
Dukh Bhari Shayari | रहम ही कर देते
| Sad Shayari in Hindi
बस जब हम तुम ना रहे ,
तब हमारा दम भी ना रहे।
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हमेशा था चाहा तुमको
मगर कभी ना तुमने अपनाया हमको।
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तुमको खुद से भी ज़्यादा माना था ,
या यू कहु कि तुम्हे खुदा ही माना था।
Dukh Bhari Shayari | दिल की बस्तियां | Sad Shayari in Hindi
हर किसी की सुनी हमने ,
तो हर कोई सुनाता चला गया।
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ज़ुबां देके वो थे मुकरे ,
बेचारे हम ख़ामख़ा ही बिखरे।
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इतनी हंसी सिर्फ दिखाने के लिए है
या कोई गम छिपाने के लिए है।
Dukh Bhari Shayari | कैसे मेरी गली में
| Sad Shayari in Hindi
जुर्म बेवफाई का उन्होंने किया
मगर सजा हमे मिल रही है।
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कितना ही भुला लो काली यादों को
वो मुँह उठा चली ही आती है रातों को।
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एक लम्हे में ही सिमट गयी
ज़िंदगानी हमारी ,
सदियों के सफर पे
इश्क़ की बीमारी है भारी।
Dukh Bhari Shayari | साये की तरह | Sad Shayari in Hindi
उनके बिना ये ज़िन्दगी कैसे कुबूलू ,
वो कभी ज़िन्दगी थे कैसे भूलू।
साँसे तो चल रही है
मगर वक़्त उन्ही के पास रुका है।
हाथ ना सही
अपनी ऊँगली ही दे जाते
उसी के सहारे हम
ज़िन्दगी में आगे बढ़ जाते।
Dukh Bhari Shayari | जब से वो दिल का | Sad Shayari in Hindi
ये उनकी कैसी सौगात है ,
जिसमे एक दफा भी ना -
उनसे मुलाक़ात है।
मरोड़ दी है मेरी साँसे
तोड़ दिए है मेरे ख्वाब
चलकर मेरी मोहब्बत पे
अपनी दगा का दांव।
तेरी दीवानगी का ही असर है
कि इस दीवाने का ये हश्र है
इसे फिर भी गिला नहीं किसीसे
चाहत पे अपनी जो बेहद फक्र है।
Read Best Thought in Hindi
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